ध्यान प्रकाश श्रीवास्तव
(ब्यूरो सत्य पथिक)
बहराइच, उ०प्र०। मांटेसरी कॉलेज (मेवाती पुरा) सभागार में विभिन्न राष्ट्रवादी संगठनों के तत्वावधान में नेता सुभाष चंद्र बोस जयंती समारोह श्रद्धा आस्था एवं उल्लास के साथ मनाया गया। आयोजित कार्यक्रम में शिक्षक, अभिभावक ,शिक्षाविद, सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों के अलावा बड़ी संख्या में विद्यार्थी भी उपस्थित रहे।मांटेसरी कॉलेज सभागार में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए नगर पालिका परिषद चेयरमैन प्रतिनिधि श्यामकरन टेकड़ीवाल ने कहा कि नेता सुभाष चंद्र बोस भारत के सर्वोच्च वीर पुरुष थे जिन्होंने अपने शौर्य एवं पराक्रम से अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए और अंग्रेजों को भारत छोड़ कर भागना पड़ा था। हम सब सामुहिक रूप से देश की एकता व अखंडता के लिए मिलकर काम करे ताकि नेताजी के सपनों का भारत बना रह सके।
विशिष्ट अतिथि प्रख्यात सनातन विचारक यशवेंद्र विक्रम सिंह (राजा भैय्या) ने कहा कि नेताजी असाधारण महापुरुष थे जिन्होंने देश की लड़ाई में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया और सीमित संसाधनों में युवाओँ में प्रचंड राष्ट्रवाद की भावना जगाकर भारत को एकजुट करते हुए अंग्रेजी दासता से मुक्ति दिलाई। संविधान विशेषज्ञ अनिल त्रिपाठी ने नेताजी को युवाओँ का आदर्श बताते हुए युवाओँ से संगठित होकर समाज धर्म व राष्ट्र को मजबूत बनाने का आवाहन किया।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए मालवीय मिशन अध्यक्ष (अवध) संजीव श्रीवास्तव एडवोकेट ने कहा कि सामाजिक कुरीतियों को दूर कर सनातन धर्म को मजबूत व संगठित करने का काम हम सबको मिलकर प्रभावी रूप से करना चाहिए तभी हम भारत को विश्वगुरु के पथ पर विभूषित कर सकेंगे यही नेता जी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।सहित्य परिषद महामंत्री रमेश तिवारी ने ओजस्वी कविता का पाठ कर लोगो में जोश भर दिया।
तहसीलदार बहराईच ने नेताजी को समूचे राष्ट्र के युवाओं का आदर्श बताते हुए उनके पदचिन्हों पर चलकर भारत को विकसित व संगठित राष्ट्र बनाने का आवाहन किया। धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय प्राचार्या तथा अध्यक्षता प्रबंधक आर०पी०एन० श्रीवास्तव ने किया।
आयोजित कार्यक्रम में प्रमुख रूप से मालवीय मिशन महामंत्री मनीष गोंड़, प्रवक्ता राजीव सक्सेना, शिक्षाकर्मी संतोष कुमार समेत शिक्षक, प्रवक्ता पंकज श्रीवास्तव, समाजसेवी ओम प्रकाश वर्मा एवं विद्यार्थी तथा अभिभावक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ नेताजी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन एवं माल्यार्पण तथा पुष्पांजलि अर्पण के साथ हुआ।